GTNews18 स्पेशल: बिहार की महिलाओं के लिए ₹10,000 की बड़ी मदद — मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना का पूरा गाइड

बिहार सरकार ने महिलाओं को स्वरोज़गार के लिए आर्थिक सहारा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना (MMRY) के तहत हर परिवार की एक महिला को पहली किस्त ₹10,000 डीबीटी से दी जा रही है, और सफल उद्यम के मूल्यांकन के बाद अतिरिक्त सहायता अधिकतम ₹2 लाख तक मिल सकती है। यह योजना 26 सितंबर 2025 को राज्यव्यापी कार्यक्रम में लॉन्च हुई, जिसमें 75 लाख महिलाओं के खातों में एक साथ राशि भेजी गई।
6 अक्टूबर 2025 को सरकार ने 21 लाख महिलाओं के खातों में ₹2,100 करोड़ अतिरिक्त जारी किए। अब तक 1.21 करोड़ लाभार्थियों तक ₹10,000 की राशि पहुँच चुकी है।
योजना क्या है?
उद्देश्य: राज्य के प्रत्येक परिवार से एक महिला को उनकी पसंद का छोटा व्यवसाय/रोज़गार शुरू करने के लिए शुरुआती पूंजी देना।
सहायता: पहली किस्त ₹10,000 (डीबीटी); उद्यम शुरू होने के लगभग 6 महीने बाद प्रगति के आकलन पर चरणबद्ध अतिरिक्त सहायता अधिकतम ₹2 लाख तक।
किसे मिलेगा लाभ? (पात्रता)
आधिकारिक दिशानिर्देशों के अनुसार—
परिवार का अर्थ: पति-पत्नी और उनके अविवाहित बच्चे। यदि कोई अविवाहित वयस्क महिला माता-पिता के बिना है, तो उसे योजना प्रयोजन हेतु “एकल परिवार” माना जाएगा।
आयु: 18–60 वर्ष।
कर/नौकरी स्थिति: आवेदिका या पति आयकर दाता न हों; न ही सरकारी सेवा (नियमित/संविदा) में हों।
SHG सदस्यता: लाभ लेने के लिए स्वयं सहायता समूह (JEEViKA/SHG) से जुड़ना आवश्यक है (शहरी/ग्रामीण, दोनों में)।
कितनी राशि और कब मिली/मिलेगी? (टाइमलाइन संक्षेप)
26 सितम्बर 2025 (लॉन्च): 75 लाख महिलाओं को ₹10,000 डीबीटी।
3–6 अक्टूबर 2025: आगे की किश्तों में कुल मिलाकर 1.21 करोड़ लाभार्थियों तक राशि पहुँची; 6 अक्टूबर को 21 लाख महिलाओं को ₹2,100 करोड़ ट्रांसफ़र।
नोट: अतिरिक्त ₹2 लाख तक की सहायता, उद्यम शुरू होने के बाद प्रदर्शन-आधारित मूल्यांकन पर मिलेगी—योजना अनुमोदन 29 अगस्त 2025 को हुआ था।
आवेदन कैसे करें?
1) शहरी क्षेत्र (Urban)
कहाँ आवेदन करें: BRLPS की आधिकारिक साइट पर उपलब्ध MMRY पोर्टल से “आवेदन भरें” पर जाएँ। - https://mmry.brlps.in/
क्या भरना/अपलोड करना होगा: मोबाइल नंबर, आधार, बैंक खाता विवरण, प्रस्तावित व्यवसाय का प्रकार; साथ में आधार कार्ड, बैंक पासबुक (नाम/खाता/IFSC दिखता हो), ताज़ा फोटो, और सादे पन्ने पर हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी।
प्रक्रिया: ऑनलाइन पंजीकरण के बाद JEEViKA की टीम आपसे संपर्क कर SHG में जोड़ने की प्रक्रिया पूरी करेगी। समूह में जुड़ने के बाद ही लाभ उपलब्ध होता है।
2) ग्रामीण क्षेत्र (Rural)
जो महिलाएँ पहले से JEEViKA/SHG सदस्य हैं, वे अपने ग्राम संगठन की विशेष बैठक में समेकित प्रपत्र से आवेदन दें।
जो अभी सदस्य नहीं हैं, वे पहले SHG में सदस्यता के लिए ग्राम संगठन में निर्धारित प्रपत्र जमा करें; सदस्य बनने के बाद MMRY के लिए आवेदन करें।
ज़रूरी दस्तावेज़ (आम तौर पर)
आधार संख्या, बैंक पासबुक की कॉपी (नाम/खाता/IFSC), ताज़ा पासपोर्ट-साइज़ फोटो, सादे पन्ने पर हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी, और प्रस्तावित व्यवसाय का विवरण।
अपना स्टेटस कैसे देखें?
DBT आने पर बैंक एसएमएस/पासबुक/मोबाइल ऐप में एंट्री दिखेगी। देरी हो तो KYC/नाम-मिलान जैसी औपचारिकताओं की जाँच कराएँ और स्थानीय ब्लॉक/नगर निकाय/SHG से कारण जानें।
आधिकारिक वेबसाइट/जिले के JEEViKA कार्यालय से भी मार्गदर्शन और शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
धोखाधड़ी से सावधान!
योजना निःशुल्क है; आवेदन या स्वीकृति के नाम पर कोई शुल्क नहीं।
किसी द्वारा पैसे की माँग होने पर संबंधित नगर निकाय और JEEViKA जिला कार्यालय में शिकायत करें। केवल आधिकारिक पोर्टल/SHG चैनल पर भरोसा करें।
क्यों महत्वपूर्ण है यह योजना?
यह पहल सीधे-सीधे महिला उद्यमिता को बढ़ावा देती है—राशि छोटी होते हुए भी शुरुआती सीड कैपिटल का काम करती है, प्रशिक्षण और SHG नेटवर्क के सहारे जोखिम कम करती है, और सफल उद्यमों को ₹2 लाख तक की ग्रोथ-कैपिटल जोड़ती है। लॉन्च-डे पर 75 लाख महिलाओं को एक साथ डीबीटी जैसी अभूतपूर्व कार्रवाई, इस योजना की विस्तार क्षमता और इंफ़्रास्ट्रक्चर (जन-धन–आधार–मोबाइल) को भी दर्शाती है।
त्वरित FAQ
Q1. क्या हर परिवार की हर महिला को पैसा मिलेगा?
नहीं, एक परिवार से एक महिला पात्र है—परिवार की परिभाषा और अन्य शर्तें ऊपर देखें।
Q2. दूसरी/अतिरिक्त सहायता कब मिलेगी?
उद्यम शुरू होने के लगभग 6 माह बाद प्रगति के औपचारिक मूल्यांकन पर अधिकतम ₹2 लाख तक।
Q3. आवेदन केवल ऑनलाइन ही होगा?
शहरी क्षेत्रों में ऑनलाइन पोर्टल से; ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम संगठन/SHG के माध्यम से समेकित आवेदन—दोनों ही रास्ते JEEViKA नेटवर्क से जुड़े हैं।
Development News Desk : Gobarsahi News - GTNews18



