मुज़फ़्फ़रपुर से भाजपा का नया दांव: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वरुण सिन्हा विधानसभा टिकट की दौड़ में सबसे आगे

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुज़फ़्फ़रपुर सीट पर नया पत्ता खोल दिया है। लंबे समय से आपसी खींचतान और स्थानीय दावेदारों की गुटबाज़ी से परेशान पार्टी अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वरुण सिन्हा को मैदान में उतारने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
🏛 सुप्रीम कोर्ट से विधानसभा तक का सफ़र?
वरुण सिन्हा क़ानूनी दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने राम मंदिर, वक़्फ़ बोर्ड सहित कई बड़े और संवेदनशील मामलों में पैरवी की है। न्यायपालिका में उनकी मजबूत पकड़ और राष्ट्रवादी मुद्दों पर स्पष्ट राय ने उन्हें भाजपा नेतृत्व के करीब ला दिया है।
🔸 भाजपा-संघ से पुराना जुड़ाव
वरुण सिन्हा का भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से पुराना रिश्ता रहा है। संगठन के बड़े नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध बताए जाते हैं। यही कारण है कि पार्टी की केंद्रीय इकाई अब उन्हें एक मज़बूत और सर्वमान्य उम्मीदवार के तौर पर देख रही है।
🔸 गुटबाज़ी से मिलेगी राहत
मुज़फ़्फ़रपुर में भाजपा लंबे समय से स्थानीय नेताओं की खींचतान और आपसी झगड़ों से जूझ रही है। ऐसे में वरुण सिन्हा जैसे बाहरी लेकिन मज़बूत नाम पर दांव लगाकर पार्टी इस गुटबाज़ी को खत्म करना चाहती है।
🔸 बड़ा राजनीतिक संदेश
अगर भाजपा वरुण सिन्हा को टिकट देती है तो यह सिर्फ मुज़फ़्फ़रपुर ही नहीं बल्कि पूरे बिहार में एक बड़ा राजनीतिक संदेश होगा –
• पार्टी क़ानून और राष्ट्रवाद की पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे रही है।
• स्थानीय गुटबाज़ी से ऊपर उठकर केंद्रीय नेतृत्व का दबदबा स्थापित करना चाहती है।
🚩 निष्कर्ष
वरुण सिन्हा का नाम आगे बढ़ाने से भाजपा ने साफ़ कर दिया है कि मुज़फ़्फ़रपुर सीट को वो हर हाल में जीतना चाहती है। अब देखने वाली बात होगी कि अंतिम सूची में वरुण सिन्हा का नाम आता है या फिर स्थानीय गुटबाज़ी एक बार फिर भारी पड़ती है।